2025 के जून महीने के लिये परमेश्वर का प्रतिज्ञा वचन
- revelationofgrace9
- 1 जून
- 2 मिनट पठन
"प्रभु यीशु मसीह के अनुग्रह से हमारे आस-पास की हरेक बातों का हमारे लिये आशीषों का कारण बनने का महीना।"

हमारे महान परमेश्वर उद्धारकर्ता प्रभु यीशु मसीह के धन्य नाम में जून 2025 के महीने में आप सभी लोगों को मसीही नमस्कार। हमारे परमेश्वर पिता का धन्यवाद हो कि उनके अदभुत सुरक्षा और महान अनुग्रह का हाथ हमारे ऊपर होने के कारण हम एक नये महीने में आ पहुँचे हैं।
हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह को ही सारी महिमा!
पिता परमेश्वर ने हमें जून 2025 के महीने के लिये लिये हमें बहुत ही आशीषित वचन दिये हैं-
"मैं उन्हें और अपनी पहाड़ी के आस पास के स्थानों को आशीष का कारण बना दूँगा।"
(यहेजकेल 34:26)
हाल्लेलुयाह! परमेश्वर की स्तुति हो इस अदभुत वचन के लिये।
पिता परमेश्वर जिन्होंने हम मनुष्यों को अपने समानता-स्वरूप में बनाया है, और यदि हम पवित्र बाइबल के वचनों को ध्यान से अध्ययन करते हैं तो हम पाते हैं कि, वो हममें से हरेक से कितना अधिक प्रेम करते हैं और हमारे जीवन के हर कदम पर हमें आशीषित करते रहना चाहते हैं। इसलिये ही तो उन्होंने इस जून के महीने में यहेजकेल 34:26 वचन के अनुग्रह को हम पर खोल रहें हैं।
"वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है। और अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं...भजन संहिता 01:03"
बस हमें करना यह है कि इस पृथ्वी पर के हर दिन के जीवन में प्रभु यीशु मसीह जो जीवन का एक ऐसा सोता है जो कभी भी नहीं सूखता, के करीब लगातार बने रहना है और जब हम उस पहाड़ी-उस जीवित चट्टान जो स्वंय प्रभु यीशु मसीह हैं के आस-पास बने रहते हैं तो प्रतिज्ञा वचन के अनुसार आस-पास की सारी बातें, चीजें, परिस्थितियाँ, घटनाएँ आदि हमारे लिये आशीष का कारण बनते चले जाते हैं।
तो आइए हम, परमेश्वर पिता द्वारा इस महीने के दिये गये प्रतिज्ञा वचन को विश्वास के साथ थाम लें, जो निश्चय ही प्रभु के अनुग्रह से इस महीने हम सभी लोगोंं के जीवनों में पूरा होने जा रहा है।
आइये प्रार्थना करें-
धन्यवाद परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह इस जून के महीने में ले पहुँचाने, अब तक के सारी आशीषों और भलाईयों के लिए और यहेजकेल 34:26 के अदभुत सामर्थी वचनों को देने के लिए भी आपका धन्यवाद।
प्रभु यीशु मसीह आपके ही सामर्थी नाम से मैं इन अदभुत वचनों के अनुग्रह-आशीषों और आपकी ओर से नई बातों के प्रगटिकरण होने के अदभुत अनुग्रह को ले लेता/लेती हूँ, और निश्चय ही मेरे जीवन के सभी बातों से आपको ही महिमा मिलने के लिए, पवित्र आत्मा द्वारा इन बातों का प्रकटीकरण होने में आप मेरी सहायता करते जाएँगे।
सारी आदर और महिमा आपको ही देता/देती हूँ, प्रभु यीशु मसीह आपके ही सामर्थी नाम में आमीन।
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